होती है मृत्यु जब किसी की,
हम सब उदास होते हैं,
अब न आयेगा वो कभी,
जी भरके हम रोते हैं,
ये रोना-धोना चार दिन का,
ये भ्रम नहीं, सत्य है...
मृत्यु है सत्य, जीवन है नशवर,
बैठे हैं हम, ये सत्य भूलकर,
जो आया है, उसे जाना है,
ये तन, खाक हो जाना है,
जाना है छोड़, यहीं सब,
ये भ्रम नहीं, सत्य है...
जियोगे फूल बन, नाम होगा,
कांटों सा जीवन, बदनाम होगा,
जलती है शमा, देती है प्रकाश,
न रखती है, लेने वाले से आस,
महामानव, न मरता है कभी,
ये भ्रम नहीं, सत्य है...
जिन्दा
हम सब उदास होते हैं,
अब न आयेगा वो कभी,
जी भरके हम रोते हैं,
ये रोना-धोना चार दिन का,
ये भ्रम नहीं, सत्य है...
मृत्यु है सत्य, जीवन है नशवर,
बैठे हैं हम, ये सत्य भूलकर,
जो आया है, उसे जाना है,
ये तन, खाक हो जाना है,
जाना है छोड़, यहीं सब,
ये भ्रम नहीं, सत्य है...
जियोगे फूल बन, नाम होगा,
कांटों सा जीवन, बदनाम होगा,
जलती है शमा, देती है प्रकाश,
न रखती है, लेने वाले से आस,
महामानव, न मरता है कभी,
ये भ्रम नहीं, सत्य है...
जिन्दा
bilkul sahi bat lekin manav mn phir bhi bharam men jeeta hai .....
जवाब देंहटाएंआप का धन्यवाद।
हटाएंयही ध्रुब सत्य है !
जवाब देंहटाएंजन्नत में जल प्रलय !
thanks sir...
हटाएंयही सच है
जवाब देंहटाएंधन्यवाद।
हटाएंसार्थक अभिवयक्ति..
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आप का...
हटाएंबहुत बहुत धन्यवाद...
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