कुछ इनसान
आते हैं
ईश्वर की तरह
इस धरा पर।
कोई कहता है उन्हे
युहपुरुष
कोई धर्मात्मा
पर वो केवल
इनसान ही होते हैं।
वो जन्म भी लेते हैं
मौत भी निश्चित है उनकी
वो तन त्यागकर भी
अमर हो जाते हैं।
उनके तन में
वास होता है
किसी उच्च आत्मा का
उच्च कर्म होते हैं उनके।
उनका कहा हर शब्द
उपदेश कहलाता है
उनका किया हर कर्म
इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाता है।
आते हैं
ईश्वर की तरह
इस धरा पर।
कोई कहता है उन्हे
युहपुरुष
कोई धर्मात्मा
पर वो केवल
इनसान ही होते हैं।
वो जन्म भी लेते हैं
मौत भी निश्चित है उनकी
वो तन त्यागकर भी
अमर हो जाते हैं।
उनके तन में
वास होता है
किसी उच्च आत्मा का
उच्च कर्म होते हैं उनके।
उनका कहा हर शब्द
उपदेश कहलाता है
उनका किया हर कर्म
इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाता है।
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