दुनिया भर की दृष्टिबाधित आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा हमारे देश भारत में निवास करता है | दृष्टिबाधित आबादी की आँखे है उनके हाथो से सटी रहने वाली वह सफ़ेद छड़ी
जो उन्हे पथ दिखाती है। हर साल 15 अक्टूबर का दिन इस दृष्टिबाधित आबादी के लिए सबसे अहम दिन होता है सफेद छड़ी न केवल दृष्टिबाधित
लोगों के स्वतंत्रता का प्रतीक है बल्कि समाज की उनके प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को भी प्रतिबिंबित करती है।
इस दिवस पर सफेद छड़ी पर ये कविता मेरी ओर से.....
क्योंकि किसी भी वस्तु का महत्व वोही जानता है, जो उसका उपयोग करता है।
जो साथ उनके सदा रहती,
ये उनका स्वाभिमान है..,
ये केवल सफेद छड़ी नहीं,
दृष्टिहीनों की पहचान है....
पथ में क्या है,, उन्हे बताती,
आत्म निरभरता का मंत्र सिखाती,
चलते हुए उनह्े सुरक्षा देती,
ये दृष्टिहीन है, चलने वालों को बताती।
साथ न कोई सदा चलेगा,
अकेले चलने में ही शान है,
ये केवल सफेद छड़ी नहीं,
दृष्टिहीनों की पहचान है....
दृष्टिहीनों की दृष्टि बन,
हर ठोकर से उन्हे बचाती है,
स्वतंत्रता की प्रतीक है ये,
तिमिर में भी पथ दिखाती है।
दृष्टिहीनता अभिशाप नहीं, बाधा है,
उनका भी अपना आत्म-सन्मान है,
ये केवल सफेद छड़ी नहीं,
दृष्टिहीनों की पहचान है....
ये भी सामान्य से समार्ट बन गयी है,
बिना इसके दृष्टिहीन की सुरक्षा नहीं है,
हर दृष्टिहीन इसका उपयोग करे,
स्फेद छड़ी दिवस का संदेश यही है।
निडर होकर चलते रहो,
चलता है जो, उसका ही सन्मान है,
ये केवल सफेद छड़ी नहीं,
दृष्टिहीनों की पहचान है....
जिसने महत्व तुम्हे दिया,
हर पथ उसने पार किया,
वो आगे ही बढ़ता रहा,
लक्ष्य अंत में पा ही लिया।
जो जीवन में संघर्श करता है,
उसे ही मिलता मकाम है,
ये केवल सफेद छड़ी नहीं,
दृष्टिहीनों की पहचान है....
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (16-10-2019) को "जीवन की अभिलाषा" (चर्चा अंक- 3490) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
संवेदनशील विषय पर सार्थक सृजन सफेद छड़ी।
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 31 दिसम्बर 2019 को साझा की गई है...... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" मंगलवार 20 अक्टूबर 2020 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंनिःशब्द हूँ
जवाब देंहटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंBest Valentine's Gifts Online
जवाब देंहटाएंSend Valentine Day Gifts Online