स्वागत व अभिनंदन।

गुरुवार, जनवरी 21, 2016

बंटवारा


नहीं बिखरते परिवार
अगर घर के
 छोटे-मोटे  झगड़े
 सुलझ चाए,
घर में ही।
जब घर के झगड़े
आस-पड़ोस की
चर्चाओं में सुनाई देने लगे
समझ लो
घर टूटने वाला है।
जब एक  भाई का
 दूसरे भाई से
बंटवारा होता है
मां तो रोती है
पर ईश्वर हंसता है।

2 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (22.01.2016) को "अन्तर्जाल का सात साल का सफर" (चर्चा अंक-2229)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, वहाँ पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।

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  2. आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल गुरुवार, 4 फ़रवरी 2016 को ( पाँच लिंकों का आनन्द ) http://halchalwith5links.blogspot.in पर ( अंक - 202 ) पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें ब्लॉग पर आपका स्वागत है -- धन्यवाद ।

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ये मेरे लिये सौभाग्य की बात है कि आप मेरे ब्लौग पर आये, मेरी ये रचना पढ़ी, रचना के बारे में अपनी टिप्पणी अवश्य दर्ज करें...
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