tag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post8989811289760457128..comments2024-03-02T03:35:48.319+07:00Comments on मन का मंथन [man ka manthan]: हम भारत के मत दाता है....kuldeep thakurhttp://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-34151606457362368902017-11-05T12:04:19.356+07:002017-11-05T12:04:19.356+07:00आदरणीया /आदरणीय, अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है आपको...<i><b> आदरणीया /आदरणीय, अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है आपको यह अवगत कराते हुए कि सोमवार ०६ नवंबर २०१७ को हम बालकवियों की रचनायें "पांच लिंकों का आनन्द" में लिंक कर रहें हैं। जिन्हें आपके स्नेह,प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन की विशेष आवश्यकता है। अतः आप सभी गणमान्य पाठक व रचनाकारों का हृदय से स्वागत है। आपकी प्रतिक्रिया इन उभरते हुए बालकवियों के लिए बहुमूल्य होगी। ..............<a href="http://halchalwith5links.blogspot.com" rel="nofollow"> http://halchalwith5links.blogspot.com </a>आप सादर आमंत्रित हैं ,धन्यवाद! "एकलव्य" </b></i><br /><br /><br /><br />'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-17514665847396664072017-11-02T23:32:22.216+07:002017-11-02T23:32:22.216+07:00तीखे प्रहार !!! सोए जनमानस को जगाने हेतु ऐसी रचनाओ...तीखे प्रहार !!! सोए जनमानस को जगाने हेतु ऐसी रचनाओं की नितांत आवश्यकता है । सादर ।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-74618427610330327472017-11-02T18:04:20.195+07:002017-11-02T18:04:20.195+07:00शताबदियां बदल गयी
युग बदल गये
पर हम आज भी
नहीं बदल...शताबदियां बदल गयी<br />युग बदल गये<br />पर हम आज भी<br />नहीं बदले,<br />क्योंकि हम अपना मत देकर<br />आज भी नहीं पूछते<br />हमारे मत का क्या हुआ?<br /><br />वाह। अद्भुत अद्भुत। बेहद सन्तुलित, सटीक एवम धारदार रचना। एकसम विषयसम्मत बहाव, शुरू से अंत तक कायम रखने का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करती रचना। बहुत मीठा तंज़। अमित जैन मौलिकhttps://www.blogger.com/profile/07987558363508620146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-65189906695847115892017-11-02T16:14:01.042+07:002017-11-02T16:14:01.042+07:00बिल्कुल सटीक.....
लाजवाब अभिव्यक्ति।बिल्कुल सटीक.....<br />लाजवाब अभिव्यक्ति।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-58423375554560964302017-11-02T10:18:24.584+07:002017-11-02T10:18:24.584+07:00इसके लिए हमें ''राइट टू रिकॉल' की बात ...इसके लिए हमें ''राइट टू रिकॉल' की बात करनी होगी। सुन्दर 'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-30424342312988369522017-11-02T09:23:10.025+07:002017-11-02T09:23:10.025+07:00वाह्ह्ह...लाज़वाब।वाह्ह्ह...लाज़वाब।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-57423943754410418692017-11-01T19:39:19.443+07:002017-11-01T19:39:19.443+07:00नमस्ते, आपकी यह प्रस्तुति "पाँच लिंकों का आ...नमस्ते, आपकी यह प्रस्तुति "पाँच लिंकों का आनंद" ( http://halchalwith5links.blogspot.in ) में गुरूवार 02-11-2017 को प्रातः 4:00 बजे प्रकाशनार्थ 839 वें अंक में सम्मिलित की गयी है।<br />चर्चा में शामिल होने के लिए आप सादर आमंत्रित हैं, आइयेगा ज़रूर। सधन्यवाद।<br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-23213569239389584772017-10-24T11:09:35.000+07:002017-10-24T11:09:35.000+07:00सुन्दर।सुन्दर।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-37544534493681428372017-10-23T21:37:41.346+07:002017-10-23T21:37:41.346+07:00क्योंकि हम अपना मत देकर आज भी नही पूछते , हमारे मत...क्योंकि हम अपना मत देकर आज भी नही पूछते , हमारे मत का क्या हुआ बहुत खूब<br />Pawan kumar rathorehttps://www.blogger.com/profile/00129206602574318126noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-48136167237325582762017-10-23T21:17:08.884+07:002017-10-23T21:17:08.884+07:00क्योंकि हम अपना मत देकर
आज भी नहीं पूछते
हमारे मत ...क्योंकि हम अपना मत देकर<br />आज भी नहीं पूछते<br />हमारे मत का क्या हुआ?<br />.. सटीक <br />परम्परा निर्वहन हो रहा है बस्स <br /> कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8875130405369619473.post-53550257627883401402017-10-23T17:30:42.894+07:002017-10-23T17:30:42.894+07:00आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (24...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (24-10-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"><br />"दो आँखों की रीत" (चर्चा अंक 2767) <br /> </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com